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100 बीमारी का एक इलाज, 100 bimari ka ek davaee

खाना खाने से 1 घंटे बाद पानी पिए और हमेशा स्वस्थ रहे ,कभी भी खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए ! अब ये भी जानना बहुत जरुरी है ...हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद क्या कारण है | सबसे पहले आप हमेशा ये बात याद रखें कि शरीर मे सारी बीमारियाँ वात-पित्त और कफ के बिगड़ने से ही होती हैं ! अब आप पूछेंगे ये वात-पित्त और कफ क्या होता है ??? बहुत ज्यादा गहराई मे जाने की जरूरत नहीं आप ऐसे समझे की सिर से लेकर छाती के बीच तक जितने रोग होते हैं वो सब कफ बिगड़ने के कारण होते हैं छाती के बीच से लेकर पेट और कमर के अंत तक जितने रोग होते हैं वो पित्त बिगड़ने के कारण होते हैं ! और कमर से लेकर घुटने और पैरों के अंत तक जितने रोग होते हैं वो सब वात बिगड़ने के कारण होते हैं ! हमारे हाथ की कलाई मे ये वात-पित्त और कफ की तीन नाड़ियाँ होती हैं ! भारत मे ऐसे ऐसे नाड़ी विशेषज्ञ रहे हैं जो आपकी नाड़ी पकड़ कर ये बता दिया करते थे कि आपने एक सप्ताह पहले क्या खाया एक दिन पहले क्या खाया -दो पहले क्या खाया !! और नाड़ी पकड़ कर ही बता देते थे कि आपको क्या रोग है ! आजकल ऐसी बहुत ही कम मिलते हैं ! शाय

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए प्राकृतिक जड़ी-बूटी, Natural Herb to control blood pressure

मध्य प्रदेश के सुदूर जगंली अंचलों में बसे आदिवासी आज भी प्राकृतिक जडी-बूटियों की मदद से तमाम रोगों का इलाज करते हैं। जहां एक ओर इन आदिवासियों के पास सामान्य रोगों के उपचार के लिए आस-पास प्रकृति में पाए जाने वाले पौधे हैं, वहीं कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल अनेक प्रकार के भयावह रोगों के इलाज के लिए भी इन आदिवासियों द्वारा किया जाता है। मध्य प्रदेश की पातालकोट घाटी और आस-पास के इलाकों में भुमका (स्थानीय पारंपरिक वैद्य) हर्बल जड़ी-बूटियों के जानकार हैं और सैकड़ों सालों से इस परंपरागत ज्ञान को पीढ़ी-दर-पीढ़ी अपनाए हुए हैं। - आदिवासी हर्बल जानकार जटामांसी की जड़ों का काढ़ा तैयार कर निम्न रक्तचाप (लो ब्लड प्रेशर) से ग्रस्त रोगियों को देने की सलाह देते हैं। इनके अनुसार प्रतिदिन दिन में 2 बार इस काढ़े का 3 मिली सेवन किया जाए, तो यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। - लेंडी पीपर के फल (2 ग्राम) और अश्वगंधा की जड़ों का चूर्ण (3 ग्राम) दिन में एक बार प्रात: गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से रक्तचाप नियंत्रित होता है। साधारणत: आदिवासी हर्बल जानकार निम्न रक्तचाप के रोगियों को इस फ

तेलिया कंद - एक चमत्कारिक जड़ी बूटी, Teliya kand

भारत के गौरव्मान इतिहास को कोन नहीं जानता,यह तो विश्व व्यापी है  की भारत एक ऋषि मुनियों का देश रहा है और सभी क्षेत्रों जैसे विज्ञानं गणित आयुर्वेद में बहुत पहले से सभी दुसरे देशों से आगे है| भारत में प्राचीन काल में ऐसे बहुत सी खोज हो चुकी थी जो की बाकी देशों ने कई सदियों बाद की| भारत शुरू से ही सोने की चिड़िया कहलाता रहा है जिसे न जाने कितने देश सदियों तक लूटते रहे लेकिन फिर भी इसका खजाना खाली ना कर पाए| भारत के सोने की चिड़िया होने और यहाँ पर सोना बनाये जाने के बारे में हो सकता है कुछ जोड़ हो| भारत देश में सेंकडों ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपनी आखों के सामने जड़ी बूटियों से पारा, ताम्बा, जस्ता, तथा चांदी से सोना बनते देखा है तथा आज भी देश में हजारों लोग इस रसायन क्रिया में लगे हुए हैं| अकेले बूंदी जिले (राज.) में ही सेंकडों लोग इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं| पूर्व में बूंदी के राजा हाडा प्रतिदिन क्विन्त्लों में चांदी का दान किया करते थे जो की मान्यताओं के अनुसार बुन्टियों के माध्यम से ही तैयार की जाती थी| इस पूरी प्रक्रिया में लोग पारे को ठोस रूप में बदलने की कोशिश करते हैं तथा गं

आंखों को आकर्षक बनाने के 12 मेकअप टिप्‍स

1.कभी भी अपनी आंखों के रंग के समान रंग का आईशैडो न लगाएं। यह फबेगा नहीं। 2.भूरे रंग का आईशैडो लगाने से बचें, इससे आपकी आंखों में थकान नजर आने लगती है जो देखने में अच्छा नहीं लगता है। 3.डार्क मेकअप करने से आप आंखों में शाइन आती है लेकिन उसमें सिल्वर या गोल्ड शेड का टच देने से उसमें ग्लो आ जाता है। 4.पलकों पर लाइट कलर का इस्तेमाल करें। यह आंखों को आकर्षित बनाने का सबसे अच्छा तरीका है। 5.चेहरे को सॉफ्ट और स्मोकी लुक दें, इससे आपकी आंखे अपने आप आकर्षित दिखेगी। 6.आंखों के मेकअप को हटाने के लिए थोड़ा सा नारियल तेल इस्तेमाल करें। यह प्रभावी और अच्छा होता है। 7.आंखों के नीचे सदैव आईक्रीम का उपयोग करें, पलकों के ऊपर भी इसी क्रीम का उपयोग करें। इससे आपकी आंखों में नयापन आएगा। 8.अगर आप चाहते हैं कि आपकी आंखें चमकदार और आकर्षक दिखें, तो ब्लू आईलाईनर का इस्तेमाल करें। आप इसकी जगह नेवी ब्लू कलर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। 9.अगर आपकी आंखों के नीचे डार्क सर्कल हो गए हैं तो कंसीलर का इस्तेमाल जरूर करें। कंसीलर के इस्तेमाल के बाद एक कोट फाउंडेशन का भी लगाएं। 10.अपनी पलकों पर फ्लेश कलर आईलाइ

कहीं आप भी मच्छर भगाने के नाम पर अपने बच्चो को जहर तो नहीं दे रहे ?

मित्रो मच्छर भगाने के लिए आप अक्सर घर मे अलग अलग दवाएं इस्तेमाल करते हैं ! कोई तो liquid form मे होती हैं ! और कोई कोई coil के रूप मे और कोई छोटी टिकिया के रूप मे !! और all out ,good night, baygon, hit जैसे अलग-अलग नामो से बिकती है ! इन सबमे जो कैमिकल इस्तेमाल किया जाता है ! वो डी एथलीन है,मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है !! ये तीन खतरनाक कैमिकल है ! और ये यूरोप मे अन्य 56 देशो मे पिछले 20 -20 साल बैन है ! और हम लोग घर मे छोटे-छोटे बच्चो के ऊपर ये लगाकर छोड़ देते हैं ! 2-3 महीने का बच्चा सो रहा होता है ! और साथ मे ये जहर जल रहा होता है !! TV विज्ञापनो ने आम व्यक्ति का दिमाग पूरा खराब कर दिया है ! वैज्ञानिको का कहना है ये मच्छर मारने वाली दवाए कई कोई बार तो आदमी को ही मार देती हैं !! इनमे से निकलने वाली सुगंध मे धीमा जहर है जो धीरे – धीरे शरीर मे जाता रहता है !!और कोई बार आपने भी महसूस किया होगा इसे सुघने से गले मे हल्की-हल्की जलन होने लगती है ! ये जो तीन खतरनाक कैमिकल डी एथलीन है मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है ! इन पर कंट्रोल विदेशी कंपनियो का है ! जो आयात कर यहाँ लाकर बेच रहे है ! और क

चुटकी बजाते सेकण्ड्स में ज़ुकाम हो जायेगा छू मंतर।

जुकाम कैसा भी हो, ये प्रयोग ऐसा है के इसको करते ही ऐसे असर आएगा जैसे कोई जादू. और अगर आपको अक्सर ही ज़ुकाम रहता हैं और आप ज़ुकाम की दवा खा खा कर परेशान हो गए हैं तब तो आपके लिए ये जानकारी बेहद महत्वपूर्ण हैं। आप इस घरेलु नुस्खे से चुटकी बजाते ही जुकाम से आराम पा सकते हैं। आइये जाने इसके बारे में। जुकाम को दूर भगाने की चमत्कारिक औषिधि आपकी रसोई में ही मौजूद हैं। ये हैं रोज़ाना भोजन में इस्तेमाल होने वाला एक छोटा सा मसाला – जीरा। जी हाँ जीरा। इस छोटे से जीरे में न सिर्फ ज़ुकाम और सिर दर्द भगाने के गुण हैं – यह फंगस और बैक्टीरिया से भी लड़ता है – जीरा इन्फेक्शन्स से भी बचाता है और इससे आपका इम्यून सिस्टम भी स्ट्रॉन्ग रहता है। जीरे में विटामिन ए और विटामिन सी भी हैं, ये सर्दी – ज़ुकाम से बचाते हैं। जाने ज़ुकाम होने पर कैसे करे जीरे का इस्तेमाल :- ज़ुकाम होने पर आप एक चम्मच जीरा कच्चा ही धीरे धीरे चबा चबा कर खाए। आपको तुरंत आराम मिल जायेगा। ज़ुकाम होने पर दिन में 3-4 बार खा सकते हैं। इसके साथ आप जीरा चाय भी पी सकते हैं। जीरा चाय दो कप पानी में एक चम्मच जीरा डालकर उबालें – जब पानी उब

जब बच्चा जिद्दी और झूठ बोले क्या उपाय करे

बच्चे जिस टेबल पर पढ़ाई करता हैं उस टेबल पर पर चांदी की कटोरी में जल भरकर रख दे , या अगर चांदी की कटोरी नहीं है तो किसी स्वच्छ बर्तन में पानी भरकर उसमें चांदी का एक टुकड़ा या चांदी का एक सिक्का दाल दे , बच्चे की एकाग्रता बढ़ेगी , उसे बैचैनी से शान्ति मिलेगी । यदि माता पिता को अगर इस चीज का पता चलता ही की बच्चा झूठ बोल रहा है तो उसके सिरहाने धतूरे की जड़ को चांदी के तार में लपेटकर रख दे । आवला और ब्राम्ही का सेवन बच्चे को करवाये इससे बच्चे का आत्मबल कमजोर नहीं होगा। अगर बच्चा गलत आदत और संगत के कारण झूठ बोल रहा है तो लाल या काले धागे में यह बात सोचते हुए की " मै मेरे बच्चे को झूठ बोलने से बचाना चाहती/चाहता हूँ" 11 गांठे लगा ले और बच्चे के गले में पहन दे । यदि कोई बच्चा जरूरत से ज्यादा जिद करे व घर में उछल कूद के साथ कीमती सामानों की तोड़ फोड़ करने पर उतारू रहे तो चांदी का चंद्रमा बनवाकर उसे पूर्णिमा की रात्रि में शुद्ध कच्चा दूध या गंगा जल में डूबाकर ¬ सों सोमाय नमः का एक माला जपकर आकाश के चंद्रमा को दिखाते हुए बच्चे के गले में पहना दें। यदि नजर लगती हो तो काले धागे में भी प

शुगर को जड़ से खत्म करे दो पत्तियों के सेवन से 100% गारंटी के साथ, एक बार इस्तेमाल जरूर करे!!

आज कल मधुमेह यानी शुगर की बीमारी होना एक आम सी बात बन हैं। हर घर में किसी न किसी को शुगर की बीमारी होती है वैसे तो पुरे विश्व में शुगर तेजी से फैलते जा रही है लेकिन भारत में इसके रोगियों की संख्या दूसरे देशों की तुलना में कहीं अधिक है। शुगर के रोग में रोगी के शरीर में इंसुलिन प्राकृतिक रूप से नहीं बनता और शरीर में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती हैं। जिसको नियंत्रण में रखने के लिए रोगी को इंसुलिन के टिके लगाने पड़ते है या इसको नियंत्रण में रखने के लिए दवाई का सेवन करना पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते है की आयुर्वेद में बहुत सारे ऐसे घरेलु उपाय है जिनको अपनाकर आप अपनी शुगर को जड़ से खत्म भी कर सकते है। वैसे तो बहुत सारे घरेलु उपाय होते है लेकिन आज हम बात करने जा रहे है की कैसे हम आम के दो पत्तों से अपनी शुगर को जड़ से खत्म कर सकते है। जी हाँ आपने बिल्कुल सही सुना आम के पत्तो के सेवन से हम शुगर को जड़ से खत्म कर सकते है। औषिधि बनाने की विधि और सेवन करने का तरीका – विधि – 1 आप आम की ताजी पत्तियों को तोड़ कर धुप में छिपा ले और सूखने पर इनको पीसकर इसका पाउडर बना लें आपका घरेलु उपाय बनकर तै

26 इंच कमर चाहिए, तो हर रोज ये 5 चीजें खाइए

1 कसूरी मेथी - पेट के इंफेक्शन से बचाए जिस महिला को ताउम्र पेट के इंफेक्शन से बच के रहना है उसे हर रोज कसूरी मेथी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा रोजाना कसूरी मेथी का सेवन करने से हार्ट, गैस्ट्रिक और आंतों की समस्‍याएं भी नहीं होती है। कसूरी मेथी खाने से एनीमिया की बीमारी में भी लाभ मिलता है। ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं के लिए कसूरी मेथी वरदान है। ये ब्रेस्ट में दूध को बढ़ाने में मदद करता है। 2 अलसी - हृदय रोगों से रक्षा करे घर और ऑफिस के काम के बीच तालमेल बैठाने के दौरान महिलाओं में काफी तनाव हो जाता है। जिससे महिलाओं में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। दिल की इन बीमारियों से बचने के लिए रोज सुबह महिलाओं को खाली पेट अलसी के कुछ बीजों का सेवन करना चाहिए। इसमें उपस्थित घुलनशील फाइबर्स आपके कोलेस्ट्रॉल को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने का काम करता है। 3 शहद - कब्ज दूर रखे शहद खाने से गैस और पेट फूलने की समस्या नहीं होती है। समय पर खाना ना खाने की वजह से कई महिलाओं को कब्ज की भी समस्या होती है। ऐसे में महिला को रोज सुबह शहद में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर खानी चाहिए। इससे प्रतिर

5 मिनट में 😷😷😷 को कुवारी लड़की के जैसी टाइट करें, अपनाए ये घरेलु उपाए

5 मिनट में योनि को कुवारी लड़की के जैसी टाइट करें, अपनाए ये घरेलु उपाए दोस्तों स्वागत है आपका एक बार फिर से सेक्स और हेल्थ से सम्बंधित इस वेबसाइट पर दोस्तों सबसे पहले तो हम आपका बता दें की अगर आप किसी भी प्रकार की समस्या से पीड़ित हों तो आप हमे लिख सकते है आज का हमारा टॉपिक है की लड़की की ढीली योनि को टाइट कैसे करें जी हाँ इस पोस्ट में में आप जानेंगे कुछ घरेलु नुस्खे जिनकी सहायता से आपकी पार्टनर की योनि टाइट हो जाएगी और आपको सम्भोग का असली आनंद आएगा अधिक`सहवास करने, सम्भोग करते समय गलत तरीके इस्तेमाल करने, अति प्रसव करने और शरीर के कमजोर एवं शिथिल होने के कारण स्त्रियों का योनि मार्ग ढीला हो जाता है, जिससे सहवास करते समय सुख एवं आनन्द की अनुभूति नहीं होती। ऐसी स्थिति में प्रायः पति लोग सहवास क्रिया में रुचि नहीं ले पाते और कोई-कोई पति परायी स्त्रियों की ओर आकर्षित हो जाते हैं। विलासी एवं रसिक स्वभाव के पति घर की सुन्दर नौकरानियों से ही यौन संबंध कायम कर लेते हैं। इस परिस्थिति से बचने के लिए यहाँ हम कुछ उपाय बताने जा रहे है जिनकी सहायता से आप अपनी योनि को टाइट कर सकती है तो दोस्त

घर पर बनाइए आसानी से शुद्ध देशी घी

अमूमन हम सभी बाजार से ही घी खरीदते हैं लेकिन अक्सर उसके मिलावटी होने का संदेह बना रहता है। ऐसे में अगर हम घर पर ही घी तैयार कर लें तो मिलावट का डर नहीं रह जाएगा। इसके साथ ही घर पर बने घी का स्वाद भी बहुत खास होता है। विधि : आप दूध तो रोज खरीदते ही होंगे। नियमित रूप से दूध की मलाई जमा करते रहें।मलाई को किसी ढक्कन वाले बर्तन में ही रखें।दूध उबालने के बाद उसकी सतह पर जमी मलाई को रोज इस बर्तन में जमा करते जाएं।इस बर्तन को बाहर नहीं, फ्रिज में ही रखें।जब एक अच्छी मात्रा में मलाई जमा हो जाए तो बर्तन को बाहर निकाल लें।मलाई को एक बड़े पैन में डालकर पिघलने के लिए छोड़ दें।धीमी आंच पर मलाई को रख दें। घी बनने में कितना वक्त लगेगा यह पूरी तरह मलाई की क्वालिटी पर निर्भर करता है।थोड़ी देर बाद आप देखेंगे कि घी, मलाई से अलग होने लगी है।इसे ठंडा होने दें। जब ये ठंडा हो जाए तो इसे एक जार में छान लें।लीजिए, आपका होम मेड घी तैयार है।

ईयर बड्स से कान साफ करना है खतरनाक, जानिए कैसे

अक्सर लोक ईयर बड्स का इस्तेमाल ईयर वैक्स को निकालने के लिए करते हैं जो कि गलत है क्योंकि ईयर वैक्स आपके कानों की सुरक्षा करता है और जरुरत होने पर वो खुद ही बाहर निकल जाता है। क्या आप जानते हैं हम हर रोज एक गलती करते हैं और हम ये दूसरों के देखकर करते रहते हैं, जिसमें कॉटन बड्स से कान साफ करना भी है। जी हां, आपको ये सुनकर भले ही अजीब लगे लेकिन ये बात सच है कि ईयर बड्स से कान साफ करना आपके कान के लिए ठीक नहीं है और आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। अक्सर लोक ईयर बड्स का इस्तेमाल ईयर वैक्स को निकालने के लिए करते हैं जो कि गलत है क्योंकि ईयर वैक्स आपके कानों की सुरक्षा करता है और जरुरत होने पर वो खुद ही बाहर निकल जाता है। इसलिए इसके साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए, साथ ही आपको किसी भी अन्य डिवाइस से ईयर वैक्स निकालने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। ईयर वैक्स आपका शरीर खुद विकसित करता है और यह कान को साफ रखने और कानों की आंतरिक सुरक्षा करता है। इससे आपके कान धूल और कई हानिकारक चीजों से बच जाते हैं। यह कान के पर्दे से पहले होता है जो कि उनकी भी सुरक्षा करता है। कई बार ईयर बड्स या किसी और चीज से कान सा

घर से चींटियां भगाने के आसान घरेलू उपाय

घर में चीटियों की समस्या बहुत पुरानी है, जहां मीठा होगा वहां चीटियां आना शुरू हो जाती है| चीटियां मीठे के अलावा, नमकीन के डिब्बे में, रोटी के टिफिन तक में घुस जाती है| छोटी होने के बाद भी यह बहुत परेशान कर देती है| एक चींटी से समस्या नहीं होती, कई सारी चीटियों के आने से परेशानी खड़ी हो जाती है| चीटियां एक दूसरे को संकेत और संदेशो का आदान प्रदान अपने सिर पर मौजूद एंटीना की मदद से करती है| फेरोमोन्स एक प्रकार का केमिकल होता है , जिसकी मदद से चींटी रास्ता बना कर वह दूसरी चीटियों को रास्ता बताती है| इससे निजात पाने के लिए घरेलू उपाय कर सकते है| नींबू की खुशबू चींटियों को नापसंद होती है| नींबू के छिलके जहां होते है वहां से चीटियां चली जाती है| किचन में इस्तेमाल होने वाला तेजपान पत्ता भी चीटियों को भगाने का काम करता है| दालचीनी और काली मिर्च भी चीटियों को भगाने के काम आती है| जहां चीटियां हो वहां दालचीनी या काली मिर्च के पावडर को छिड़क दे| सिरका और पानी को बराबर मात्रा में लेकर स्प्रे बना ले, जहां-जहां चीटियां हो वहां स्प्रे कर दे या फिर पोंछा लगा दे| इसे चीटियां नहीं आएगी| >>स्वाभ

तो इसलिए खुद से बड़ी उम्र की लड़कियों के दीवाने होते हैं लड़के

कहा जाता है कि प्यार जात-पात, रंग रूप और उम्र की सीमाओं से परे होता है. अक्सर देखा गया है कि शादी के समय उम्र के मामले में लोग लड़के से उम्र में छोटी लड़की को ही पसंद करते हैं. माना जाता है कि पति घर का मुखिया होता है तो उसे अनुभवी और ज्यादा समझदार होना चाहिए. इस बात में किस हद तक सच्चाई है इसका पता तो एक साथ चलने वालों को पता चलता होगा. जमाने के साथ पिछले कुछ दिनों में प्यार के अंदाज में भी बदलाव आया है. अब उम्र के इस अंतर को प्यार और सम्मान का भाव भरता नजर आ रहा है. लड़के अपने से छोटी उम्र की लड़कियां नहीं बल्कि खुद से उम्र में बड़ी लड़कियों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में इस तरह के कई कपल्स हैं. आज के समय में लड़कों की सोच में आ रहे इस बदलाव के कारण क्या है आइए जानें... बढ़ी है जिम्मेदार साथी की चाहत जीवनसाथी के मामले में अब लड़कों की चाहत जिम्मेदार और कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले साथी की होती है. उम्र में बड़ी लड़कियां ज्यादा अनुभवी और समझदार होती हैं. यही वजह है कि लड़के उन्हें अपनी पहली पसंद बना रहे हैं. बड़ी उम्र की लड़कियां आत्मविश्वासी होती हैं और

पेट खराब होने पर उपाय 10 आसान घरेलू नुस्खे – Pet Kharab Ke Upay

पेट खराब होने पर घरेलू उपाय इन हिंदी: खाने पीने की गलत आदतों और मौसम में बदलाव के कारण लोगों को अक्सर पेट में मरोड़, दस्त, कब्ज़, पेट दर्द और गैस होने की समस्या रहती है। सही तरीके और सही समय पर खाना ना खाये तब भी कई बार पेट में इंफेक्शन हो जाता है। खराब पेट ठीक करने के ट्रीटमेंट के लिए कुछ लोग मेडिसिन का सहारा लेते है, पर आप बिना दवा के देसी नुस्खे और घरेलू उपचार से घर पर पेट ख़राब का इलाज कर सकते है। आइए जाने pet kharab hone par upay desi ilaj gharelu nuskhe in hindi . पेट खराब होने के कारण – Causes of Stomach Problems पाचन शक्ति कमजोर होना दस्त और उल्टी लगना पेट में दर्द और गैस होना पेट में मरोड़ उठना पेट में तेज़ाब (acidity) बनना कब्ज रहना और पेट ठीक से साफ़ ना होना खाने में गड़बड़ी के कारण भी पेट में गड़बड़ हो जाती है पेट खराब होने पर घरेलू उपाय इन हिंदी Pet Kharab Thik Karne ke Gharelu Upay in Hindi पेट में खराबी होने के कारण बार बार बाथरूम जाने की जरुरत पड़ती है और अगर दस्त हो रखे हो तो शरीर से पानी निकलने की वजह से कमज़ोरी आने लगती है। ऐसी स्थिति में समझ नहीं आता की

Fibroid का उपचार कैसे किया जाता हैं ?

Fibroid /  फाइब्रॉएड जिसे हिंदी में रसौली भी कहते हैं महिलाओं में पायी जानेवाली एक आम स्वास्थ्य समस्या हैं। एक समय ऐसा था जब  फाइब्रॉएड के उपचार के लिए सम्पूर्ण गर्भाशय निकालना (Hystrectomy) यह एक ही उपचार हुआ करता था पर अब समय के साथ  Fibroid का उपचार करना बेहद आसान और सुरक्षित बन चूका हैं।  Fibroid का आधुनिक उपचार के साथ आप कुछ उपयोगी घरेलु नुस्खे, आयुर्वेदिक उपचार और Yoga का सहारा भी ले सकते हैं। इनसे  Fibroid का आकार नहीं बढ़ता हैं और  Fibroid को सिकुड़ने में सहायता भी होती हैं।  Fibroid का आधुनिक उपचार, आयुर्वेदिक उपाय, घरेलु नुस्खे और योग से जुडी जानकारी आज इस लेख में हम आपको देने जा रहे हैं।  Click करे और अवश्य पढ़े -   Fibroid  का कारण, लक्षण, प्रकार और निदान से जुडी सारी जानकारी   फाइब्रॉएड का  आधुनिक उपचार, आयुर्वेदिक उपाय, घरेलु नुस्खे और योग से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं : Fibroid का उपचार कैसे किया जाता हैं ? Fibroid   Treatment in Hindi  कुछ  फाइब्रॉएड इतने छोटे होते है की उनके वजह से महिला को कोई तकलीफ नहीं होती और ऐसे छोटे  फाइब्रॉएड का उपचार करने की आव

गर्भाशय के Fibroid का कारण, लक्षण और प्रकार

30 वर्ष की आयु के बाद से ही महिलाओं में गर्भाशय के  फाइब्रॉएड / Fibroid की समस्या देखि जा सकती हैं।सामान्य भाषा में  फाइब्रॉएड को रसौली भी कहा जाता हैं।  3 0 वर्ष के ऊपर की आयु के लगभग 50% महिलाओं में गर्भाशय के  Fibroid  की समस्या पाई जाती है।  लगभग 99% गर्भाशय के फाइब्रॉएड की समस्या सामान्य होती है और 1%  फाइब्रॉएड  ही कैंसर होता है। फाइब्राइड के ज्यादातर मामलों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है और इसी वजह से यह स्थिति खतरनाक साबित हो सकती है।  Fibroid  का समय पर उपचार करने से इस से होने वाले दुष्परिणाम से बचा जा सकता है।  गर्भाशय के Fibroid के कारण, लक्षण, प्रकार और निदान से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं : गर्भाशय के  फाइब्रॉएड का कारण, लक्षण और प्रकार   Causes, Symptoms and Types of  Fibroid in Hindi फाइब्रॉएड  किसे कहते हैं ? What is Fibroid in Hindi Uterus या गर्भाशय के अंदर बनने वाली मांसपेशियों के गाँठ / Tumor को  Fibroid कहते हैं। यह अंगूर के आकार के हो सकते हैं। यह एक से अनेक भी हो सकते हैं। भारत में प्रतिवर्ष इसके एक करोड़ से अधिक मामले नजर आते हैं।  फाइब्रॉए

अगर आप रोजाना लगाते हैं परफ्यूम, तो हो जाइए सावधान

कहीं बाहर जाना हो तो हम अक्सर परफ्यूम जरूर लगाते हैं। ये कोई एक दिन की बात नहीं बल्कि ये रोज में लगाने वाला प्रोडक्ट बन गया है। कुछ लोग तो कुछ-कुछ घंटों में ही बार-बार परफ्यूम लगाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं की रोजना बॉडी पर परफ्यूम लगाना सेहत के लिए कितना हानिकारक है। इससे आपको कैंसर जैसा गंभीर रोग भी हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि परफ्यूम और डियोडरेंट में हानिकारक केमिकल्स मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होते हैं। परफ्यूम में मिले कई केमिकल्स से एलर्जी, अस्थमा, स्किन डिसीज आदि बीमारियां भी हो जाती हैं। 2004 में हुई एक स्टडी के अनुसार परफ्यूम में मौजूद हानिकारक केमिकल्स शरीर में हार्मोन बैलेंस को डिस्टर्ब करते हैं और ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनते हैं। जानिए कैसे हानिकारक होता है परफ्यूम- विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम कोई भी हो, पसीना आना स्वभाविक है। पसीना कम करने के लिए ही अक्सर लोग परफ्यूम और डियो लगाते हैं, जिससे पसीने की स्वभाविक प्रक्रिया में बाधा पहुंचती है। इससे शरीर में आर्सेनिक, कैडमियम, लीड और मरकरी जैसे तत्व एकत्रित हो सकते हैं। जो सेहत के लिए खतरनाक

लाइफस्‍टाइल से जुड़ी बीमारी है Bladder Cancer, ये होते हैं लक्षण

विनोद खन्‍ना की मौत ब्लैडर कैंसर के कारण हुई थी. खबरों के मुताबिक वे पिछले सात सालों से इस बीमारी से झूझ रहे थे, लेकिन इससे बच नहीं सके. आज आप भी जानिए क्‍या होता है ये कैंसर, कैसे होते हैं इसके लक्षण और कौन इसकी जद में आने के खतरे में सबसे अधिक है. इस फल को खाने से खत्‍म हो जाएगा कैंसर... ब्लैडर कैंसर डॉक्‍टर्स के मुताबिक शरीर में ब्लैडर की वॉल के टिश्यूज के इंफैक्टेड होने से ये कैंसर आरंभ होता है. शुरुआत में ब्‍लैडर में खून के थक्के जमने आरंभ होते हैं. ये हैं लक्षण - इसके आरंभिक लक्षणों में यूरीन के साथ ब्‍लड आना बताया जाता है. दरअसल जब ब्‍लैडर इन्‍फेक्टिड होता है तो ऐसा होता है. - ब्‍लैडर में इन्‍फेक्‍शन के कारण यूरीन करते समय जलन और तेज दर्द होता है. अगर ये लंबे समय तक बना रहे या बार-बार हो तो सचेत हो जाना चाहिए. - ये एक सामान्‍य लक्षण है जो कई बड़ी बीमारियों में होता है. ये है बिना किसी वजह के तेजी से वजन कम हो जाना. अगर आपके साथ ऐसा हुआ है या हो रहा है जो इसे हल्‍के में ना लें. इसके साथ ही थोड़ा सा काम करके थक जाना और कमजोरी रहना भी इसके लक्षणों में शामिल है. महिलाओं को क