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अगर आप रोजाना लगाते हैं परफ्यूम, तो हो जाइए सावधान

कहीं बाहर जाना हो तो हम अक्सर परफ्यूम जरूर लगाते हैं। ये कोई एक दिन की बात नहीं बल्कि ये रोज में लगाने वाला प्रोडक्ट बन गया है। कुछ लोग तो कुछ-कुछ घंटों में ही बार-बार परफ्यूम लगाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं की रोजना बॉडी पर परफ्यूम लगाना सेहत के लिए कितना हानिकारक है। इससे आपको कैंसर जैसा गंभीर रोग भी हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि परफ्यूम और डियोडरेंट में हानिकारक केमिकल्स मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होते हैं। परफ्यूम में मिले कई केमिकल्स से एलर्जी, अस्थमा, स्किन डिसीज आदि बीमारियां भी हो जाती हैं। 2004 में हुई एक स्टडी के अनुसार परफ्यूम में मौजूद हानिकारक केमिकल्स शरीर में हार्मोन बैलेंस को डिस्टर्ब करते हैं और ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनते हैं।

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जानिए कैसे हानिकारक होता है परफ्यूम-

विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम कोई भी हो, पसीना आना स्वभाविक है। पसीना कम करने के लिए ही अक्सर लोग परफ्यूम और डियो लगाते हैं, जिससे पसीने की स्वभाविक प्रक्रिया में बाधा पहुंचती है। इससे शरीर में आर्सेनिक, कैडमियम, लीड और मरकरी जैसे तत्व एकत्रित हो सकते हैं। जो सेहत के लिए खतरनाक होते हैं।

हो सकती है एलर्जी –

एक रिसर्च की मानें तो पसीने की बदबू को रोकने के लिए भले ही हम परफ्यूम या डियो का इस्तेमाल करते हों, लेकिन ये आपके पसीने की ग्रंथियों को प्रभावित करते हैं और शरीर की टॉक्सीफिकेशन प्रक्रिया को भी प्रभावित करते हैं। इससे आपके पसीने की बदबू तो चली जाती है, लेकिन इससे आपकी सेहत को नुकसान पहुंचता है। इससे एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है।

गर्भावस्था मे खतरनाक

प्रेग्नेंसी में खतरनाक है परफ्यूम-

एक रिसर्च की मानें तो प्रेग्नेंसी में परफ्यूम का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है। इसकी खुशबू से होने वाले बच्चे के हार्मोंस में गड़बड़ी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर भी प्रेग्नेंसी के दौरान परफ्यूम न लगाने की हिदायत देते हैं।

सेंसिटिव स्किन के लिए हानिकारक –

तेज खूशबू वाले परफ्यूम संवेदनशील त्वचा के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। अगर त्वचा में किसी तरह का रिएक्शन हो जाता है तो प्रभावित स्थान को ठंडे पानी से धोएं और फौरन किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलें। ट्राइक्लोसन केमिकल का इस्तेमाल परफ्यूम या डियोडरेंट्स को बैक्टीरिया रोधी यानी एंटीबैक्टीरियल बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस केमिकल का इस्तेमाल कई एंटीबैक्टीरियल साबुनों में भी किया जाता है। लेकिन ये केमिकल शरीर में मौजूद अच्छे बैक्टीरियाओं को भी नष्ट कर देता है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट ने इसे पेस्टीसाइड बताया है। इसके कारण त्वचा संबंधिक तई तरह की बीमारियां होती हैं। अब तो हाल ही में किए गए शोध में तो इस बात की भी पुष्टि कर दी गई है कि ये रसायन गर्भ में पल रहे शिशुओं और नवजातों के शारीरिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

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ये बरतें सावधानी-

– परफ्यूम को सीधे शरीर पर न लगाएं, बल्कि कपड़ों पर सीधे स्पे्र करें।
– ज्वेलरी पहनने से पहले परफ्यूम स्प्रे कर लें, वरना इसमें मिले कैमिकल्स से ज्वेलरी की चमक प्रभावित हो सकती है।
-पार्टी में जाने से 10-15 मिनट पहले ही परफ्यूम लगाएं। ये इतनी देर में सेट हो जाएगा।

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