Skip to main content

जानिए किसके कहने पर रणवीर सिंह ने पहनी स्कर्ट ! (know who made Ranveer Singh wear a skirt)

अभिनेता रणवीर सिंह (Ranveer Singh)  अपने स्टाइल स्टेटमेंट के लिए काफी मशहूर हैं, वो एक ऐसे अभिनेता हैं जो अक्सर अपने कारनामों से फैंस को हैरत में डालते रहते हैं. इसबार भी रणवीर ने कुछ ऐसा ही किया है, दरअसल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रणवीर को स्कर्ट में कैमरों कैद किया गया. ऑटर्स क्लब के बाहर रणवीर हरे रंग की स्कर्ट और सफेद रंग की टीशर्ट में नज़र आए.

बता दें कि रणवीर की अगली फिल्म ‘गुल्ली बॉय’ की निर्देशक ज़ोया अख्तर ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को खास बनाने के लिए अपनी पूरी टीम के सदस्यों को स्कर्ट पहनने के लिए कहा था और ज़ोया के कहने पर ही रणवीर ने स्कर्ट पहनी. स्कर्ट पहनकर रणवीर महिला सशक्तिकरण का संदेश देते नज़र आए.

हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि रणवीर स्कर्ट में नज़र आए हों, इससे पहले भी वो अपनी फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ के प्रमोशन के दौरान दीपिका पादुकोण के साथ स्कर्ट पहने नज़र आए थे.

सिर्फ दीपिका के साथ ही नहीं बल्कि प्रियंका चोपड़ा के साथ भी स्कर्ट पहनकर रणवीर सिंह अपनी फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ का प्रमोशन करते दिखे थे.

बता दें कि रणवीर हमेशा महिलाओं की तारीफ करते हैं इसलिए उन्हें लगता है कि साल का सिर्फ एक दिन महिलाओं के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि साल का हर एक दिन महिलाओं के लिए समर्पित होना चाहिए.

यह भी पढ़ें: पत्नी की जासूसी कराने के मामले में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी से होगी पूछताछ !




Go To Source
आज के आपाधापी भरे जीवन में एक अच्छे करियर की तलाश, अभिभावकों की उम्मीदें, और अपनी महत्वाकांक्षाएं- इन सबको पूरा करने के लिए ज़रूरी है एक ऐसा फॉर्मेट तैयार करना, जिससे आप न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो सकें, बल्कि कड़ी स्पर्धा के बावजूद अपने लिए अपनी योग्यतानुसार एक सुनहरा भविष्य संजो सकें. तो फिर देर किस बात की. आइए, पहले एक फॉर्मेट तैयार करते हैं कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए
किन-किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है.1. लक्ष्य निर्धारणः सबसे पहले आप अपना लक्ष्य निर्धारित करें कि आपको क्या बनना है, सफलता आपको किस क्षेत्र में चाहिए और क्या आप उस क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो पाएंगे? हमारे एक परिचित हैं, जिन्होंने पहले इंजीनियरिंग की, कुछ साल जॉब किया और फिर एमबीए किया, उसके बाद बैंक में जॉब कर रहे हैं. उन्होंने अपनी योग्यता का झंडा हर जगह फहराया, पर सवाल ये है कि अगर आपका रुझान उस ओर नहीं है, तो वो दिशा आप न चुनें. दिशा वो चुनें, जिसमें आपका रुझान हो, जिसमें आपकी योग्यता हो, आप निश्‍चित रूप से उसमें सफलता प्राप्त करेंगे और यकीन मानिए आप भविष्य में अपने काम का आनंद भी ले पाएंगे…
मुंहासे अच्छे-खासे चेहरे की सुंदरता को चुरा लेते हैं. यदि आप भी मुंहासों से परेशान हैं तो हमारे द्वारा बताए गए ईज़ी टिप्स ट्राई कीजिए. मात्र चंद दिनों में आपके मुंहासे गायब हो जाएंगे.. मुंहासों से परेशान हैं तो टी ट्री ऑयल की 5 बूंदें 50 मिली गुलाबजल में मिलाकर लोशन बनाएं. ये लोशन रोज़ाना चेहरे पर लगाएं.
. मुंहासों से तुरंत छुटकारा पाने के लिए उन पर दिन में कई बार नींबू का रस लगाएं. टूथपेस्ट लगाने से भी मुंहासे ठीक हो जाते हैं.
. यदि आप काफ़ी समय से मुंहासों से परेशान हैं तो 2 टीस्पून नींबू के रस में आधा टीस्पून कुटी हुई दालचीनी को अच्छी तरह मिलाकर मुंहासों पर लगाएं. पिंपल्स ख़त्म हो जाएंगे.
. बादाम को रातभर भिगोकर रखें और सुबह बारीक़ पीसकर उसमें थोड़ा-सा गुलाबजल और चंदन पाउडर मिलाकर मुंहासों पर लगाएं. जल्द फ़ायदा होगा.
. पके पपीते के छिलके को प्रभावित जगह पर लगाने से भी मुंहासे दूर होते हैं और चेहरा साफ़ नज़र आता है.ये भी पढ़ेंः 13 आसान घरेलू नुस्ख़े मिनटों में हटाते हैं ब्लैक हेड्स. मुंहासों को जल्द सुखाने के लिए उनपर चंदन व जायफल पाउडर मिलाकर लगाएं. आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी …
इस साल 8 अक्टूबर 2017 को करवाचौथ मनाया जाएगा. पूर्णिमा के चांद के बाद जो चौथ पड़ती है, उस दिन करवाचौथ मनाया जाता है. देशभर और विदेशों में भी भारतीय महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं. करवा चौथ से जुड़ी 30 ज़रूरी बातें बता रही हैं एस्ट्रो-टैरो, न्यूमरोलॉजिस्ट, नेम थेरेपी, वास्तु-फेंगशुई एक्सपर्ट मनीषा कौशिक.क्यों मनाया जाता है करवा चौथ?
* स्त्री को शक्ति का रूप माना जाता है इसीलिए उसे ये वरदान मिला है कि वो जिस चीज़ के लिए भी तप करेगी, उसे उसका फल अवश्य मिलेगा.
* हमारी पौराणिक कथाओं में सावित्री अपने पति को यमराज से वापस ले आती है यानी स्त्री में इतनी शक्ति होती है कि वो यदि चाहे, तो कुछ भी हासिल कर सकती है. इसीलिए महिलाएं करवा चौथ के व्रत के रूप में अपने पति की लंबी उम्र के लिए एक तरह से तप करती हैं. तप का मतलब होता है किसी चीज़ को त्यागना और किसी एक दिशा में आगे बढ़ना, पहले के ज़माने ऋषि-मुनी इसीलिए तप करते थे और सिद्धि प्राप्त करते थे. महिलाएं इस दिन निर्जल व्रत करती हैं.
* चौथ का चांद हमेशा देर से निकलता है, ये एक तरह से महिलाओं की परिक्षा होती है कि वो अपने पत…

Comments

Popular posts from this blog

तेनालीरामा की कहानी: अंगूठी चोर (Tenali Rama Story: The Lost Ring)

तेनालीरामा की कहानी: अंगूठी चोर (Tenali Rama Story: The Lost Ring) एक बार की बात है, राजा कृष्ण देव राय उदास होकर अपने सिंहासन पर बैठे थे. तभी तेनालीराम आ पहुंचे. उन्होंने राजा की उदासी का कारण पूछा, तो राजा ने बताया कि उनकी पसंदीदा अंगूठी खो गयी है, दरअसल वो अंगूठी रत्न जड़ित और बेहद कीमती थी. राजा को वो बहुत पसंद थी. राजा को शक था कि उनके बारह अंग रक्षकों में से किसी एक ने वो अंगूठी चुराई है. तेनालीराम ने कहा, “मैं अंगूठी चोर को बहुत जल्द पकड़ लूंगा”, यह सुनकर राजा कृष्ण देव राय बहुत प्रसन्न हुए. तेनालीराम ने राजा के अंगरक्षकों को बुलाकर उनसे कहा, “राजा की अंगूठी आपमें से किसी एक ने चुराई है, लेकिन मैं इसका पता बड़ी आसानी से लगा लूंगा. चोर को कड़ी सज़ा मिलकर रहेगी और जो सच्चा है उसे डरने की कोई ज़रुरत नहीं. आप सब मेरे साथ काली मां के मंदिर चलो.” राजा हैरान थे कि चोर को पकड़ने के लिए भला मंदिर क्यों जाना है? यह भी पढ़ें:  तेनालीरामा की कहानी: स्वर्ग की खोज  मंदिर पहुंचकर तेनालीराम पुजारी के पास गए और उन्हें कुछ निर्देश दिए. इसके बाद उन्होंने अंगरक्षकों से कहा, “आप सबको बारी...

छोटे बच्चे की परवरिस कैसे करें :- (How to make a small child)

छोटे बच्चे की परवरिस कैसे करें :- (How to make a small child) छोटे बच्चे की परवरिस के लिए कोई भी परिभाषा नहीं मानी गई है क्योंकि    छोटे बच्चे की परवरिस हर माँ बाप अपने ढंग से करता है बच्चे की केसे परवरिस की जाती उसकें लिए कोई परिभाषा नही बल्कि बच्चे की परवरिस में उसकी खुशी का होना बहुत जरूरी है बच्चे की सही परवरिस के लिए कुछ ठीक नुक्ते ही काम आते है बच्चे को अच्छी परवरिस देने के लिए उसके माता पिता की समझ का ठीक होना जरूरी है सभी बच्चों को एक जेसी परवरिस नही मिल सकती हे क्योंकि सभी बच्चों के माता पिता अपने अपने ठंग से उनकी परवरिस करते है हमारे घर में जब छोटा बच्चा जन्म लेता है तो हम लोग बहुत खुश होते है घर में बच्चे का जन्म लेना हमारी खुशकिस्मती होती है

कहीं आप भी मच्छर भगाने के नाम पर अपने बच्चो को जहर तो नहीं दे रहे ?

मित्रो मच्छर भगाने के लिए आप अक्सर घर मे अलग अलग दवाएं इस्तेमाल करते हैं ! कोई तो liquid form मे होती हैं ! और कोई कोई coil के रूप मे और कोई छोटी टिकिया के रूप मे !! और all out ,good night, baygon, hit जैसे अलग-अलग नामो से बिकती है ! इन सबमे जो कैमिकल इस्तेमाल किया जाता है ! वो डी एथलीन है,मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है !! ये तीन खतरनाक कैमिकल है ! और ये यूरोप मे अन्य 56 देशो मे पिछले 20 -20 साल बैन है ! और हम लोग घर मे छोटे-छोटे बच्चो के ऊपर ये लगाकर छोड़ देते हैं ! 2-3 महीने का बच्चा सो रहा होता है ! और साथ मे ये जहर जल रहा होता है !! TV विज्ञापनो ने आम व्यक्ति का दिमाग पूरा खराब कर दिया है ! वैज्ञानिको का कहना है ये मच्छर मारने वाली दवाए कई कोई बार तो आदमी को ही मार देती हैं !! इनमे से निकलने वाली सुगंध मे धीमा जहर है जो धीरे – धीरे शरीर मे जाता रहता है !!और कोई बार आपने भी महसूस किया होगा इसे सुघने से गले मे हल्की-हल्की जलन होने लगती है ! ये जो तीन खतरनाक कैमिकल डी एथलीन है मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है ! इन पर कंट्रोल विदेशी कंपनियो का है ! जो आयात कर यहाँ लाकर बेच रहे है ! और क...