Skip to main content

कांटेक्ट लेंस पहनने वालों के आंखों में संक्रमण का खतरा

  • ByJaianndata.com
  • Publish Date: 26-09-2018 / 10:16 PM
  • Update Date: 26-09-2018 / 10:16 PM

एक ताजा अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है कि कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने वाले लोगों की आंखों में एक प्रकार का संक्रमण पाया गया है जिससे आंखो की रोशनी जा सकती है।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन( यूसीएल) और मूरफिल्ड्स आई हॉस्पिटल के वैज्ञानिकों की टीम ने 273 लोगों पर अध्ययन किया तथा इस नतीजे पर पहुंची है। टीम ने कहा कि कांटेक्ट लेंस लगाने वाले लोगों की आंखों में ‘अक्नथामोईबा केराटिटिस’ संक्रमण पाया गया है और इस संक्रमण में वर्ष 2011 तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है।

ब्रिटिश जनरल ऑफ ऑप्थलमोजी में इस सप्ताह प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि कांटेक्ट लेंस लगाने वाले उन लोगों में यह संक्रमण हो सकता है जो लेंस की साफ-सफाई सही तरीके से नहीं करते हैं और संक्रमित लेंस सोल्यूशन का उपयोग करते हैं। लेंस की खराब गुणवत्ता भी खतरनाक संक्रमण के लिए उतनी ही जिम्मेदार है।

लेंस को उपयोग करने से पहले हाथ को अच्छी तरह से साफ नहीं करने से इस संक्रमण के होने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। यूसीएल के प्रोफेसर जॉन डार्ट ने कहा कि कांटेक्ट लेंस के इस्तेमाल से पहले दिशानिर्देशों को अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिए और उस पर अमल करना चाहिए। उन्होंने कहा, ऐसा करके हम इस खतरनाक संक्रमण से बच सकते हैं।

Share This Article On :

loading...

Comments

Popular posts from this blog

तेनालीरामा की कहानी: अंगूठी चोर (Tenali Rama Story: The Lost Ring)

तेनालीरामा की कहानी: अंगूठी चोर (Tenali Rama Story: The Lost Ring) एक बार की बात है, राजा कृष्ण देव राय उदास होकर अपने सिंहासन पर बैठे थे. तभी तेनालीराम आ पहुंचे. उन्होंने राजा की उदासी का कारण पूछा, तो राजा ने बताया कि उनकी पसंदीदा अंगूठी खो गयी है, दरअसल वो अंगूठी रत्न जड़ित और बेहद कीमती थी. राजा को वो बहुत पसंद थी. राजा को शक था कि उनके बारह अंग रक्षकों में से किसी एक ने वो अंगूठी चुराई है. तेनालीराम ने कहा, “मैं अंगूठी चोर को बहुत जल्द पकड़ लूंगा”, यह सुनकर राजा कृष्ण देव राय बहुत प्रसन्न हुए. तेनालीराम ने राजा के अंगरक्षकों को बुलाकर उनसे कहा, “राजा की अंगूठी आपमें से किसी एक ने चुराई है, लेकिन मैं इसका पता बड़ी आसानी से लगा लूंगा. चोर को कड़ी सज़ा मिलकर रहेगी और जो सच्चा है उसे डरने की कोई ज़रुरत नहीं. आप सब मेरे साथ काली मां के मंदिर चलो.” राजा हैरान थे कि चोर को पकड़ने के लिए भला मंदिर क्यों जाना है? यह भी पढ़ें:  तेनालीरामा की कहानी: स्वर्ग की खोज  मंदिर पहुंचकर तेनालीराम पुजारी के पास गए और उन्हें कुछ निर्देश दिए. इसके बाद उन्होंने अंगरक्षकों से कहा, “आप सबको बारी...

छोटे बच्चे की परवरिस कैसे करें :- (How to make a small child)

छोटे बच्चे की परवरिस कैसे करें :- (How to make a small child) छोटे बच्चे की परवरिस के लिए कोई भी परिभाषा नहीं मानी गई है क्योंकि    छोटे बच्चे की परवरिस हर माँ बाप अपने ढंग से करता है बच्चे की केसे परवरिस की जाती उसकें लिए कोई परिभाषा नही बल्कि बच्चे की परवरिस में उसकी खुशी का होना बहुत जरूरी है बच्चे की सही परवरिस के लिए कुछ ठीक नुक्ते ही काम आते है बच्चे को अच्छी परवरिस देने के लिए उसके माता पिता की समझ का ठीक होना जरूरी है सभी बच्चों को एक जेसी परवरिस नही मिल सकती हे क्योंकि सभी बच्चों के माता पिता अपने अपने ठंग से उनकी परवरिस करते है हमारे घर में जब छोटा बच्चा जन्म लेता है तो हम लोग बहुत खुश होते है घर में बच्चे का जन्म लेना हमारी खुशकिस्मती होती है

कहीं आप भी मच्छर भगाने के नाम पर अपने बच्चो को जहर तो नहीं दे रहे ?

मित्रो मच्छर भगाने के लिए आप अक्सर घर मे अलग अलग दवाएं इस्तेमाल करते हैं ! कोई तो liquid form मे होती हैं ! और कोई कोई coil के रूप मे और कोई छोटी टिकिया के रूप मे !! और all out ,good night, baygon, hit जैसे अलग-अलग नामो से बिकती है ! इन सबमे जो कैमिकल इस्तेमाल किया जाता है ! वो डी एथलीन है,मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है !! ये तीन खतरनाक कैमिकल है ! और ये यूरोप मे अन्य 56 देशो मे पिछले 20 -20 साल बैन है ! और हम लोग घर मे छोटे-छोटे बच्चो के ऊपर ये लगाकर छोड़ देते हैं ! 2-3 महीने का बच्चा सो रहा होता है ! और साथ मे ये जहर जल रहा होता है !! TV विज्ञापनो ने आम व्यक्ति का दिमाग पूरा खराब कर दिया है ! वैज्ञानिको का कहना है ये मच्छर मारने वाली दवाए कई कोई बार तो आदमी को ही मार देती हैं !! इनमे से निकलने वाली सुगंध मे धीमा जहर है जो धीरे – धीरे शरीर मे जाता रहता है !!और कोई बार आपने भी महसूस किया होगा इसे सुघने से गले मे हल्की-हल्की जलन होने लगती है ! ये जो तीन खतरनाक कैमिकल डी एथलीन है मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है ! इन पर कंट्रोल विदेशी कंपनियो का है ! जो आयात कर यहाँ लाकर बेच रहे है ! और क...