बदन के दर्द से छुटकारा कैसे पाएँ / बदन दर्द का इलाज कैसे करें –
बदन दर्द की प्राब्लम को सामान्य तौर पर लोग इग्नोर ही कर देते है क्योंकि इसको सभी नॉर्मल बीमारी मानते है। आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में बदन दर्द एक आम समस्या है। युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह दर्द कुछ लोगों को कभी-कभी सताता है, जबकि ज्यादातर लोग इससे स्थायी रूप से परेशान रहते हैं। बदन का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। लेकिन तीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। बदन के दर्द को दूर करने के लिए आए जाने कुछ घरेलू उपाय।
बदन दर्द के कारण /
कई बार ठंडे मौसम से भी बदन में दर्द और खिंचाव होता है। ऐसे में बदन की हल्की मालिश, बदन में खिंचाव वाली हलकी एक्सरसाइज़ और गर्म कपड़े पहनना शरीर को आराम देता है।
गलत उठना बैठना /
कई बार उठने बैठने के गलत ढंग से भी बदन में दर्द होने लगता है। ऐसे में योगा और हल्का फूलका व्यायाम बहुत लाभप्रद होता हैं। स्ट्रेचिंग और शवासन करके भी लाभ उठा सकता है।
अधिक व्यायाम / Excessive Exercise
व्यायाम शुरू करने से पूर्व हल्की वार्मअप एक्सरसाइज़ करनी चाहिए और व्यायाम समाप्त कर लेने के बाद हल्की एक्सरसाइज़ करनी चाहिए। व्यायाम तीव्र गति से नहीं करनी चाहिए। क्षमता से अधिक व्यायाम नुकसानदेह भी होता है। नियमित व्यायाम से बदन का दर्द और जकड़न दूर हो जाएगी।
बदन दर्द को दूर करने के घरेलू उपाय और घरेलू उपचार /
गर्म और ठंडा सेंक / Hot and cold fomentation for badan dard
गर्म पानी से नहाने से मांसपेशियों की सिंकाई होती है और उन्हें आराम भी मिलता है। इस तरह से मांसपेशियों की अकड़न भी दूर होती है। लेकिन इसके उलट यदि शरीर पर सूजन महसूस हो रही हो तो बर्फ के टुकड़ों को पतले कपड़े में लपेटकर उससे सिंकाई करनी चाहिए। रेत या नमक को तवे पर गरम कर लें और उसको किसी मुलायम सूती के कपड़े में बाँध कर पोटली जैसा बना लें। इसको दर्द वाले भाग पर हल्की हकली सिंकाई करें।
स्ट्रेचिंग / Stretching
बदन दर्द होने पर हिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। लेकिन मसल्स को हल्के-हल्के स्ट्रेच करने की कोशिश करें। स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों की अकड़न दूर होती है, साथ ही इसे नियमित करने पर जोड़ों व मांसपेशियों की सक्रियता और गतिशीलता बनी रहती है और इससे आपको बदन दर्द में राहत मिलेगी।
मिनरल की कमी से बचें / Due to lack of minerals
बदन में दर्द मिनरल जैसे कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की वजह से होता है। इसलिए शरीर में मिनरल की कमी बिल्कुल न होने दें। दैनिक जरूरत के हिसाब से कैल्शियम लगभग 1 हजार मिलीग्राम और पोटेशियम की 4.7 ग्राम मात्रा लेनी चाहिए। केले में उच्च मात्रा में पोटेशियम होता है, साथ ही एवोकाडो, शक्करकंदी, पालक और फैट फ्री दूध भी इसके अच्छे स्रोत है। आप पोटेशियम की पूर्ति के लिए इसे अपने आहार में शामिल कर सकते है। साथ ही कैल्शियम का भी सेवन करें। दोनों मिनरल शरीर में तरल पदार्थ बनाए रखने के लिए महत्त्वपूर्ण होते हैं।
सेब का सिरका / Apple cider vinegar
सेब के सिरके की कुछ मात्रा एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से शरीर के दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा यदि इस तरह पीना कठिन लगे तो एक गिलास पानी में दो चम्मच सिरका, एक चम्मच शहद और कुछ पत्तियां पुदीने की मिलाकर भी पी जा सकती हैं।
सरसों के तेल, लहसुन और अजवाइन / Mustard oil, Garlic and Carom seeds
लहसुन और अजवाइन आदि भी प्राकर्तिक चीज़ें भी तुरंत असरकारक होती है। अकड़न की समस्या से तुरंत आराम पाने के लिए अजवायन और लहसुन को सरसों के तेल में डाल कर गर्म करें फिर इससे बदन पर मसाज करे।
हल्दी/ Turmeric
हल्दी एक प्राकर्तिक पेन किलर का काम करता है। आयुर्वेद में हल्दी का प्रयोग अनेकों रोगों के इलाज में किया जाता हैं। हल्दी को गरम दूध में मिला कर पीने से बदन दर्द दूर भाग जाता है। सरसों के तेल में भी हल्दी को गरम करके अच्छे से मिला कर बदन पर मालिश करने से शरीर को काफ़ी राहत मिलती हैं।
मसाज (Massage)
मसाज करने से शरीर का रक्तसंचार बेहतर होता है जो कि दर्द को तेजी से ठीक करने में मदद करता है। यदि मसाज करने के लिए अच्छे तेलों का प्रयोग किया जाए तो असर दोगुना हो जाता है।
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