Skip to main content

फ्रीजर में भोजन को कितने समय तक रखें?

फ्रीजर में भोजन को कितने समय तक रखें?


फ़ूड पोइसनिंग (Food poisoning) और भोजन से पैदा होने वाले पैथोजन्स (pathogens) जैसे इ कोली, सालमोनेला और लिस्टेरिया (E.coli, salmonella and listeria) जमाये गए भोजन से होने वाले खतरे होते हैं। कुछ लोग एक्सपायरी (expiry) की तिथि देखकर खाना फेंक देते हैं, अन्य लोग फंगस (fungus), रंग में बदलाव या भोजन के स्वरुप में बदलाव होने से भोजन फेंक देते हैं। यह बात पता करना काफी मुश्किल है कि खाना कब फेंक देना चाहिए और कब इसे फ्रिज (fridge) में रखना चाहिए।
लोग अपने फ्रिज में भोजन जमाकर रखना पसंद करते हैं। कच्ची सब्जियां और पके हुए भोजन फ्रिज में अच्छे रहते हैं। पर आपको यह पता होना चाहिए कि फ्रिज के अन्दर भी कब तक भोजन अच्छा रह सकता है। ठन्डे तापमान में भी भोजन के अच्छा और स्वस्थ रहने की एक समयसीमा होती है। पर अत्याधिक ठन्डे तापमान में खाना रखने की भी कुछ तकनीकें होती हैं। आपको पका हुआ गर्म भोजन फ्रिज के अन्दर नहीं रखना चाहिए। इसे कुछ देर तक बाहर रखें और फिर इसे कमरे के तापमान के समानांतर आने दें। इसके बाद आप फ्रिज में खाना रख सकते हैं। आइये इस बात को जानें कि आखिर कब तक भोजन को फ्रिज के अन्दर रखा जा सकता है।
सबसे पहले यह जानना जरुरी है कि भोज्य पदार्थों पर लगे लेबल का असली मतलब क्या है?

रेफ्रिजरेटर का खाना – एक्सपायरी डेट (अंतिम दिनांक) (Expiry date)

यह सामान्यतः ताजे पदार्थों जैसे मांस, दूध, दही और छोटे बच्चो के भोजन पे पायी जाती है। यह डेट हमारी सुरक्षा के लिए होती है और यह माना जाता है कि इस डेट के बाद अगर उस पदार्थ को खाया जाता है तो वह नुकसान पहुँचा सकता है।

समय रहते भोजन का उपयोग श्रेष्ठ होता है (refrigerator ka khane – Best if used by dates)

डेट निकलने के बाद खाने में न तो वह स्वाद रह जाता है और न ही वह सुरक्षित होता है। इसे खाया तो जा सकता है पर नुकसान का खतरा बढ़ जाता है।
निर्माता द्वारा उत्पाद पर एक्सपायरी डेट लिख दी जाती है कुछ टेस्टों द्वारा यह अनुमान लगाते हुये कि उक्त उत्पाद इस दिनांक तक खाना बेहतर होगा। इसलिये हमेशा एक्सपायरी डेट देखकर ही सामान खरीदें और डेट निकलने के बाद उस उत्पाद को न कहें।

फ्रिज का भोजन – भोजन को संरक्षित करने का सुरक्षित तरीका (The safest way to store food – fridge ka khana)

अगर खाने को ठीक ढंग से संरक्षित न किया जाए तो यह नुकसान पहुँचा सकता है। खाने को सामान को घर पहुँचने से ठीक पहले ही खरीदना चाहिये और तुरंत संरक्षित कर देना चाहिये। गर्म और ठन्डे पदार्थों के लिए कूलर या थर्मस का उपयोग किया जा सकता है। खाने के सामान को कभी भी धूप में खुला नहीं छोड़ना चाहिये ऐसे में जीवाणुओं का खतरा बढ़ जाता है।
  • फल और सब्जियां (Fruits and vegetables) – फलों को खरीदते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिये कि वो ताज़े हों और उन पर कोई दाग या निशान न हो। साबुत फलों को फ्रीजर में एक सप्ताह तक रखा जा सकता है लेकिन कटे हुये फलों को 2 दिन से अधिक नहीं रखना चाहिये।
  • पैंट्री आइटम (Pantry items) – डिब्बा बंद सामान, सूखे मेवे, दाने और मशाले आदि खराब तो नहीं होते लेकिन उन्हें एक्सपायरी से पहले ही खरीद लेना चाहिये।
  • दूधपनीर और दही (Milk, cheese, and yogurt) – डेरी उत्पादों को फ़्रिज के दरवाजे वाले भाग में न रखें। दूध को ठंडा करके 7 दिन तक रखा जा सकता है। मुलायम पनीर को 3 या 4 दिन एवं सख्त पनीर को 7 से 10 दिन तक भी रख सकते हैं।
  • अंडा (Eggs) – कच्चे अंडे को फ़्रिज में 3 से 5 हफ्तों तक रख सकते हैं।
  • मांसमछली (Meat and chicken) – मांस और मछली को फ़्रिज में 1 या 2 दिन से अधिक न रखें।
  • प्याज और लहसुन (Onions and garlic)  पीली प्याज को 7 दिन तक और लाल प्याज को एक महीने तक संरक्षित रखा जा सकता है।

फ्रिज में भोजन रखना (Keeping food in the fridge)

बैक्टीरिया पनपने से रोकने के नुस्खे (Tips to prevent bacteria from growing)

  • डेयरी उत्पाद तथा अन्य खराब होने वाले उत्पादों को तुरंत फ्रिज में रख दें।
  • कुछ डिब्बों और बोतलों को खोलने के बाद फ्रिज में रखना आवश्यक है।
  • पके हुए भोजन को, खासकर गर्म कमरे या गर्म मौसम के दौरान, जितना हो सके कम समय के लिए फ्रिज से बाहर रखें।
  • सैंडविच (Sandwich) या ठन्डे व्यंजनों को पका लेने के बाद फ्रिज में रख दें।
  • पके हुए भोजन को 3 से 4 घंटों से ज्यादा बाहर ना रहने दें।

फ्रीजर में भोजन रखने की अवधि (Time period till the food stores inside the freezer)

ऐसा पाया गया है कि पका हुआ भोजन फ्रिज में 3 से 4 दिनों तक अच्छी अवस्था में रहता है। पर इस अवधि से ज़्यादा समय तक फ्रिज में भोजन रखना बिल्कुल भी स्वास्थ्यकर नहीं होता। अगर आप लम्बे समय से फ्रिज में पड़े भोजन का सेवन करने का प्रयास करें तो इससे आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यहाँ तक भोजन सुरक्षा और जांच कार्यालय भी यही बात करता है।

फ्रिज में खाना जमा रखने के दिशा निर्देश (Guideline to store food inside freezer)

ऐसी ख़ास विधि होती है जिसकी मदद से आप फ्रीजर में भोजन को जमा करके रख सकते हैं। कई बार हम फ्रीजर से भोजन बाहर निकालते हैं और इसे फेंक देते हैं। हम ऐसा सिर्फ इसलिए करता है क्योंकि वह भोजन खराब हो चुका होता है। पर हम ऐसा रोज़ाना नहीं कर सकते क्योंकि इससे खाने की काफी बर्बादी होती है।

डीप फ्रीज़ में मांस के उत्पाद (Meat items in deep freeze)

कच्चे मांस के उत्पादों को अलग से और पके हुए भोजन से अलग रखने की आवश्यकता होती है। अगर आप अब भी पके हुए भोजन के साथ कच्चा मांस रख रहे हैं तो इससे खाना सड़ने की नौबत आ सकती है। पोल्ट्री (poultry) के उत्पादों और कच्चे मांस को डीप फ्रीजर के अन्दर रखना काफी ज़रूरी है।

फलों और सब्जियों को फ्रिज में रखना (Storing fruits and vegetables)

आप अवश्य ही ताज़ी सब्जियों और फलों को फ्रीजर में रखते होंगे। इन्हें भी अन्दर रखने का एक ख़ास तरीका है। क्या आप भी इन्हें ऐसे ही रख रहे हैं ? कुछ ऐसी सब्जियां और फल होते हैं जो गैस (gas) छोड़ते हैं, जैसे केले, अवोकेडो (avocado), नाशपाती, टमाटर आदि। ऐसी सब्जियों और फलों को फ्रिज से बाहर रखना आवश्यक है। पर ऐसे कुछ फल और सब्जियां हैं जैसे खरबूजा, खुबानी, सेब आदि जिन्हें आसानी से फ्रीजर में रखा जा सकता है।

Comments

Popular posts from this blog

मिलिए भारत की पहली महिला फायर फाइटर हर्षिनी कान्हेकर से (India’s First Woman Firefighter Harshini Kanhekar)

पुरुषों के क्षेत्र में क़दम रखकर हर्षिनी ने न स़िर्फ इतिहास रचा है, बल्कि कई लड़कियों की प्रेरणा भी बनी हैं. हर्षिनी कान्हेकर के लिए भारत की पहली महिला फायर फाइटर बनने का सफ़र कितना संघर्ष भरा था? आइए, उन्हीं से जानते हैं. मैं यूनीफ़ॉर्म पहनना चाहती थी यूनीफॉर्म पहने ऑफिसर्स को देखकर मैं हमेशा यही सोचती थी कि आगे चलकर मैं भी यूनीफॉर्म पहनूंगी, चाहे वो यूनीफॉर्म कोई भी क्यूं न हो. एडवेंचरस एक्टिविटीज़ मुझे बहुत पसंद थीं इसलिए पढ़ाई के दौरान मैं एनसीसी की केडेट भी रही. पीसीएम में बीएससी करने के बाद मैं आर्मी, एयरफोर्स, नेवी ज्वाइन करना चाहती थी और इसके लिए तैयारी भी कर रही थी. जब हम एचएसबी एंटरेंस एग्ज़ाम की तैयारी कर रहे थे, तो अपने शहर (नागपुर, हर्षिनी नागपुर की रहने वाली हैं) की 10 बेस्ट चीज़ें बताओ वाले सवाल के जवाब के लिए हम नेशनल फायर सर्विस कॉलेज (एनएफएससी) के बारे में भी रटते रहते थे कि यह एशिया का एकमात्र फायर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है और मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के अंतर्गत संचालित किया जाता है. मेरा फॉर्म अलग रख दिया गया था उसी दौरान मेरे एक फ्रेंड ने बताया

जाने उच्च रक्त चाप के लक्षण,प्रभाव एवम अचूक आयुर्वेदिक उपचार

जाने उच्च रक्त चाप के लक्षण,प्रभाव एवम अचूक आयुर्वेदिक उपचार क्या है उच्च रक्त चाप- रक्तचाप धमनी की दीवारों पर लागू होने वाले बल का माप होता है। आजकल बदलती जीवनशैली और अनियमित दिनचर्या की वजह से हर इंसान पर किसी न किसी तरह का तनाव पाया जाता है और इस तनाव की वजह से धमनियों में बहने वाला रक्त अधिक या कम बल से बहने लगता है और रक्तचाप की समस्या का रूप ले लेता है।

बदन दर्द का इलाज कैसे करें –

बदन के दर्द से छुटकारा कैसे पाएँ / बदन दर्द का इलाज कैसे करें – बदन दर्द की प्राब्लम को सामान्य तौर पर लोग इग्नोर ही कर देते है क्योंकि इसको सभी नॉर्मल बीमारी मानते है। आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में बदन दर्द एक आम समस्या है। युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह दर्द कुछ लोगों को कभी-कभी सताता है, जबकि ज्यादातर लोग इससे स्थायी रूप से परेशान रहते हैं। बदन का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। लेकिन तीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के युवाओं में यह समस्‍या तेजी से बढ़ रही है। बदन के दर्द को दूर करने के लिए आए जाने कुछ घरेलू उपाय। बदन दर्द के कारण /  कई बार ठंडे मौसम से भी बदन में दर्द और खिंचाव होता है। ऐसे में बदन की हल्की मालिश, बदन में खिंचाव वाली हलकी एक्सरसाइज़ और गर्म कपड़े पहनना शरीर को आराम देता है। गलत उठना बैठना /  कई बार उठने बैठने के गलत ढंग से भी बदन में दर्द होने लगता है। ऐसे में योगा और हल्का फूलका व्यायाम बहुत लाभप्रद होता हैं। स्ट्रेचिंग और शवासन करके भी लाभ उठा सकता है। अधिक व्यायाम / Excessive Exercise व्यायाम शुरू करने से पूर्व हल्की वार्मअ