Skip to main content

क्या आपके हाथों का रंग, चेहरे के रंग से मेल नहीं खाता? तो आजमाएं आसान से 5 घरेलू उपाय

क्या आप नहीं चाहते कि आपके हाथ भी आपके चेहरे की तरह ही खूबसूरत दिखें? लेकिन अक्सर होता ये है कि हाथों की त्वचा का रंग शरीर की त्वचा के रंग से गहरा हो जाता है, क्योंकि हाथों से आप दिनभर कुछ न कुछ काम करते रहते हैं, इनमें ज्यादा धूल-मिट्टी लगती है और ये पूरे समय हवा के संपर्क में रहते हैं। हवा भी ऐसी, जो आजकल काफी प्रदूषित है।

आइए, आपको हम कुछ आसान से घरेलू उपाय बताते हैं जिन्हें आजमाने पर आपके हाथों का रंग भी आपके चेहरे की ही तरह निखर जाएगा।

1 कच्चा दूध - त्वचा का रंग साफ और हल्का करने के लिए कच्चा दूध बहुत अच्छा होता है। बस आपको कच्चे दूध से अपनी त्वचा को मसाज करना है। कुछ ही दिनों में आप अपने हाथों को गोरा और खूबसूरत पाएंगे।

2 नींबू - नींबू में सीट्रि‍ए एसिड पाया जाता है जो त्वचा पर छाई हुए काली परतों को साफ कर त्वचा के रंग को हल्का कर देता है। इसके लिए नींबू को हाथों पर रगड़ना या फिर नींबू के रस में नमक या शकर को मिलाकर स्क्रब करना बेहद फायदेमंद होगा।

3 टमाटर का रस - टमाटर के रस में जरा सा नींबू निचोड़कर अपने हाथों पर लगाइए और कुछ देर बाद अच्छी तरह से इसकी मसाज कीजिए। मसाज के बाद आपको त्वचा के रंग में अंतर समझ आएगा। इसे सप्ताह में दो बार करें।

4 आलू का रस - कच्चे आलू का रस निकालकर हाथों पर लगाकर रखें। लगभग 20 मिनट तक इसे हाथों पर लगा रहने दें फिर पानी से धो लें। आपकी त्चा की रंगत हल्की हो जाएगी। ऐसा सप्ताह में दो या तीन बार करें।
5 बेसन - चने की दाल का पिसा हुआ आटा जिसे बेसन कहा जाता है, आपके हाथों को निखारने में मदद करेगा। बेसन में कच्चा दूध और हल्दी मिलकर पेस्ट तैयार करें। अब इस पेस्ट को हाथों पर 15 मिनट तक लगाकर रखें और धो लें। फर्क साफ नजर आएगा।

Comments

Popular posts from this blog

मिलिए भारत की पहली महिला फायर फाइटर हर्षिनी कान्हेकर से (India’s First Woman Firefighter Harshini Kanhekar)

पुरुषों के क्षेत्र में क़दम रखकर हर्षिनी ने न स़िर्फ इतिहास रचा है, बल्कि कई लड़कियों की प्रेरणा भी बनी हैं. हर्षिनी कान्हेकर के लिए भारत की पहली महिला फायर फाइटर बनने का सफ़र कितना संघर्ष भरा था? आइए, उन्हीं से जानते हैं. मैं यूनीफ़ॉर्म पहनना चाहती थी यूनीफॉर्म पहने ऑफिसर्स को देखकर मैं हमेशा यही सोचती थी कि आगे चलकर मैं भी यूनीफॉर्म पहनूंगी, चाहे वो यूनीफॉर्म कोई भी क्यूं न हो. एडवेंचरस एक्टिविटीज़ मुझे बहुत पसंद थीं इसलिए पढ़ाई के दौरान मैं एनसीसी की केडेट भी रही. पीसीएम में बीएससी करने के बाद मैं आर्मी, एयरफोर्स, नेवी ज्वाइन करना चाहती थी और इसके लिए तैयारी भी कर रही थी. जब हम एचएसबी एंटरेंस एग्ज़ाम की तैयारी कर रहे थे, तो अपने शहर (नागपुर, हर्षिनी नागपुर की रहने वाली हैं) की 10 बेस्ट चीज़ें बताओ वाले सवाल के जवाब के लिए हम नेशनल फायर सर्विस कॉलेज (एनएफएससी) के बारे में भी रटते रहते थे कि यह एशिया का एकमात्र फायर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है और मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के अंतर्गत संचालित किया जाता है. मेरा फॉर्म अलग रख दिया गया था उसी दौरान मेरे एक फ्रेंड ने बताया

जाने उच्च रक्त चाप के लक्षण,प्रभाव एवम अचूक आयुर्वेदिक उपचार

जाने उच्च रक्त चाप के लक्षण,प्रभाव एवम अचूक आयुर्वेदिक उपचार क्या है उच्च रक्त चाप- रक्तचाप धमनी की दीवारों पर लागू होने वाले बल का माप होता है। आजकल बदलती जीवनशैली और अनियमित दिनचर्या की वजह से हर इंसान पर किसी न किसी तरह का तनाव पाया जाता है और इस तनाव की वजह से धमनियों में बहने वाला रक्त अधिक या कम बल से बहने लगता है और रक्तचाप की समस्या का रूप ले लेता है।

बदन दर्द का इलाज कैसे करें –

बदन के दर्द से छुटकारा कैसे पाएँ / बदन दर्द का इलाज कैसे करें – बदन दर्द की प्राब्लम को सामान्य तौर पर लोग इग्नोर ही कर देते है क्योंकि इसको सभी नॉर्मल बीमारी मानते है। आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में बदन दर्द एक आम समस्या है। युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह दर्द कुछ लोगों को कभी-कभी सताता है, जबकि ज्यादातर लोग इससे स्थायी रूप से परेशान रहते हैं। बदन का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। लेकिन तीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के युवाओं में यह समस्‍या तेजी से बढ़ रही है। बदन के दर्द को दूर करने के लिए आए जाने कुछ घरेलू उपाय। बदन दर्द के कारण /  कई बार ठंडे मौसम से भी बदन में दर्द और खिंचाव होता है। ऐसे में बदन की हल्की मालिश, बदन में खिंचाव वाली हलकी एक्सरसाइज़ और गर्म कपड़े पहनना शरीर को आराम देता है। गलत उठना बैठना /  कई बार उठने बैठने के गलत ढंग से भी बदन में दर्द होने लगता है। ऐसे में योगा और हल्का फूलका व्यायाम बहुत लाभप्रद होता हैं। स्ट्रेचिंग और शवासन करके भी लाभ उठा सकता है। अधिक व्यायाम / Excessive Exercise व्यायाम शुरू करने से पूर्व हल्की वार्मअ